याद

रोटी  की तलाश में घर छोड़ने वालो के लिए

आने वाला शहर कितना भी खूबसूरत या पसंदीदा क्यूं 

ना हो बचपन वाला घर अक्सर यादों में टकरा ही जाता है आंखो में नमी और  चेहरे पर मुस्कान बिखेर ही देता है

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